शीशे और धागे से बनाया गया यह कलात्मक झुमका उसकी कमर पर बंधा हुआ था पूरा राजस्थान समेटे हुए इसमें कोई आवाज नहीं थी लेकिन हम कुछ गूंज को सुन सकते थे जो सुंदरता की पराकाष्ठा पर पहुंच कर हमारे हृदय में रच बस जाती है। ** फोटो अजामिल
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