**वरिष्ठ छायाकार
परमेश साथ
**एक साधक
एकला चला रे
इलाहाबाद के वरिष्ठ छायाकार परमेश् साध मेरे पसंदीदा फोटोग्राफर है । नख से लेकर शिख तक मुझे उन का हर अंदाज पसंद आता है । कम बोलते हैं और पूरी शिद्दत से अपने काम में लगे रहते हैं । अपने काम का कभी प्रचार नहीं करते । यह काम उनके काम की गुणवत्ता के कारण अपने आप हो जाता है । बिजनेस घराने से है इसलिए जब उन्होंने फोटोग्राफी शुरू की तब बहुत से मठाधीशों ने उनका मजाक उड़ाया और उनसे कहा कि उन्हें अपना बिजनेस ही देखना चाहिए फोटोग्राफी उनके बस की नहीं । परमेश ने कभी इसकी परवाह नहीं की और वह फोटोग्राफी की एकल साधना में लगे रहे । आज उसका नतीजा यह है क़ि परमेश का छायांकन अंतर्राष्ट्रीय छायांकन के मानकों के बहुत करीब पहुंच चुका है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी जगत के तमाम जाने माने छायाकारों का समर्थन भी मिल रहा है । अपने बिजनेस के बाद जो समय मिलता है परमेश उस समय में जमकर फोटोग्राफी करते हैं । उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं है और उनकी किसी से कोई प्रतिस्पर्धा भी नहीहै ।ं फोटोग्राफी के क्षेत्र में परमेश किसी दौड़ में शामिल नहीं है लेकिन अच्छी चीजें उनके लिए चुनौती होती हैं । कुछ मौलिक करने की एक एक इच्छा उनके भीतर कुलबुलाति रहती है । मूल रूप से परमेश् के छायांकन में प्रकृति को खेलते खिलखिलाते देखा जा सकता है । इधर के दौर में उन्होंने मॉडलिंग फोटोग्राफी की और भी अपना रुझान दिखाया है । पूरी ईमानदारी से इस क्षेत्र में उनकी कोशिश जारी है । कुछ नया करना चाहते हैं । उनकी इच्छा है कि मॉडलिंग में मूड्स की क्या अहमियत है इस बात को अपनी तस्वीरों में शामिल करें और कर रहे हैं । परमेश को फोटोग्राफी की नई नई तकनीक प्रिय है। Photoshop को वह तस्वीरों को संवारने और उसे नई सूरत देने के लिए एक जरूरी टूल मानते हैं और Photoshop का जमकर इस्तेमाल करते हैं । उनका मानना है कि फोटोशॉप कैमरे का ही एक पार्ट है और इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए । तस्वीरें अगर इसके माध्यम से और खूबसूरत बनती है तो इसमें आपत्ती क्या है । फोटोशॉप की एक एप्लीकेशन आज के आधुनिक लगभग सभी कैमरोंं में समाहित कर दी गई है । बेहतर काम के लिए ही अच्छे छायाकार कंप्यूटर पर जाकर Photoshop का इस्तेमाल करते हैं । बहर
हाल परमेश साध इलाहाबाद के एक ऐसे छायाकार है जिनके विश्व फोटोग्राफी जगत में चमकने और एक शानदार मुकाम बनाने की राष्ट्रीय स्तर पर छायाकारों को उम्मीद दिखाई दे रही है । यहां परमेश द्वारा छायांकित एक चित्रं दिया जा रहा है । मां की ममता को रेखांकित करता यह चित्र अद्भुत है और परमेश के भीतर के सम्वेदना जगत को हमारे समक्ष रखता है । बहुत-बहुत बधाई परमेश साथ ।
** अजामिल
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें