सोमवार, 2 अक्टूबर 2017

बाबा चुंबक महादेव प्रयाग

** सावन महीने परे विशेष
** प्रयाग की विश्व प्रसिद्ध चमत्कारिक आध्यात्मिक शिव मंदिर / 26
** बाबा चुम्बक महादेव
यज्ञ तीर्थ प्रयाग शिव ऊर्जा से संचालित है शिव के बिना प्रयाग की कल्पना नहीं की जा सकती शिव प्रयाग में शिव साधकों की मोहिनी शक्ति के रूप में उपस्थित है शिव प्रयाग में प्रवास करते हुए ज्ञान और विज्ञान की अजस्र धारा है कहा जाता है कि प्रयाग शिव भक्ति की भावधारा पर स्थिर है प्रयाग के कल्याणी देवी क्षेत्र में लगभग 300 साल पुराना मंदिर है मां कल्याणी का किसी समय में यह मंदिर छोटा सा हुआ करता था आज तो यह मंदिर प्रयाग की यश कीर्ति का बहुत बड़ा आधार है इसी मंदिर परिसर में बाबा चुंबक महादेव प्राण प्रतिष्ठित है यह मंदिर भी लगभग 200 वर्ष पुराना है शिव भक्तों ने भगवान के चरणों में अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए महादेव जी का नया नामकरण ही कर दिया दुनिया में शायद ही कहीं शिवजी का यह नाम मिलता हो चुंबक महादेव यहां प्राण प्रतिष्ठित महादेव का आकर्षण भी चुंबकीय है यहां शिवलिंग पर अपना मस्तक झुका देने वाले शिवभक्त सदा के लिए शिव के हो जाते हैं यह शिवलिंग भक्तों को अपनी ओर खींचता है और पूरे शरीर को भक्ति की उर्जा से भर देता है जो यहां एक बार आता है वह बार-बार यहां आना चाहता है चुंबक महादेव सचमुच चुंबक ही है मंदिर का शिल्प पारंपरिक है शिवलिंग स्वरूप पारंपरिक है परंतु उनकी महिमा और शक्तियां हजारों हजार शिव मंदिरों से अलग है गंगा जल चढ़ाने से बाबा चुंबक महादेव प्रसन्न में हो जाते हैं बेलपत्र उन्हें बहुत प्रिय है कहते हैं कि कोई बुरी आदत अगर न छोड़ जा रही हो तो भक्तों को इनकी शरण में आ जाना चाहिए बुरी आदतों को छोड़ने की जो भक्त यहां शपथ लेता है उसे शपथ की रक्षा स्वयं बाबा चुंबक महादेव करते हैं यहां शपथ लेने के बाद कोई अपनी शपथ तोड़ नहीं सकता और अगर तोड़ता है तो चुंबक महादेव के उसे दर्शन नहीं होते अद्भुत लीला है बाबा चुंबक महादेव की प्रयाग आना हो तो बाबा चुंबक महादेव के दर्शन अवश्य करें कुछ मांगने की आवश्यकता नहीं इन्हे सब पता है बस यहां से दर्शन का पुण्य पहले लेकर ही भक्त वापस होता है खाली हाथ यहां से कोई नहीं जाता ।
** प्रस्तुति / अजामिल
**सभी चित्र / विकास चौहान

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